Thursday, July 14, 2011

शायद ज़िन्दगी बदल रही है!!

शायद ज़िन्दगी बदल रही है!!
जब मैं छोटा था, शायद दुनिया बहुत बड़ी हुआ करती थी..
मुझे याद है मेरे घर से "स्कूल" तक का वो रास्ता, क्या क्या नहीं था
वहां, चाट के ठेले, जलेबी की दुकान, बर्फ के गोले, सब कुछ,
अब वहां "मोबाइल शॉप", "विडियो पार्लर" हैं, फिर भी सब सूना है..
शायद अब दुनिया सिमट रही है...
जब मैं छोटा था, शायद शामे बहुत लम्बी हुआ करती थी.
मैं हाथ में पतंग की डोर पकडे, घंटो उडा करता था, वो लम्बी "साइकिल रेस",
वो बचपन के खेल, वो हर शाम थक के चूर हो जाना,
अब शाम नहीं होती, दिन ढलता है और सीधे रात हो जाती है.
शायद वक्त सिमट रहा है..
जब मैं छोटा था, शायद दोस्ती बहुत गहरी हुआ करती थी,
दिन भर वो हुज़ोम बनाकर खेलना, वो दोस्तों के घर का खाना, वो लड़कियों की
बातें, वो साथ रोना, अब भी मेरे कई दोस्त हैं,
पर दोस्ती जाने कहाँ है, जब भी "ट्रेफिक सिग्नल" पे मिलते हैं "हाई" करतेहैं, और अपने अपने रास्ते चल देते हैं,
होली, दिवाली, जन्मदिन , नए साल पर बस SMS आ जाते हैं
शायद अब रिश्ते बदल रहें हैं..
जब मैं छोटा था, तब खेल भी अजीब हुआ करते थे,
छुपन छुपाई, लंगडी टांग, पोषम पा, कट थे केक, टिप्पी टीपी टाप.
अब इन्टरनेट, ऑफिस, हिल्म्स, से फुर्सत ही नहीं मिलती..
शायद ज़िन्दगी बदल रही है.
जिंदगी का सबसे बड़ा सच यही है.. जो अक्सर कबरिस्तान के बाहर बोर्ड पर
लिखा होता है.
"मंजिल तो यही थी, बस जिंदगी गुज़र गयी मेरी यहाँ आते आते "..
.जिंदगी का लम्हा बहुत छोटा सा है.
कल की कोई बुनियाद नहीं है
और आने वाला कल सिर्फ सपने मैं ही हैं.
अब बच गए इस पल मैं..
तमन्नाओ से भरे इस जिंदगी मैं हम सिर्फ भाग रहे हैं..
इस जिंदगी को जियो
Milte raha karo!

Friday, April 22, 2011

Jab kalam liya haath mein Ghazal bann gaye tum
Jab bhi nazar uthaayi Nazaara ban gaye tum!
Jab bhi kuch kehna chaha Ishaara bann gaye tum
Doob raha tha jab jazbaat ke samandar mein Saahil bann gaye tum
Kehne ko tha bahut kuch Parr kuch naa keh saka main,
Bina kuch kahe Bahut kuchkeh gaye tum!
Haathon mein tha haath jab, Doori thi dilon mein,
Aaj doori hai hum mein magar,
Dil ke bahut kareeb aa gaye ho tum!
Jab bhi saans li maine Hawa bann gaye tum,
Jab bhi dua mein haath uthaaye Dua bann gaye tum,
Jab bhi chalak gayi aankhen, Aansoon ban gaye tum,
Nahin jaan saka main
Jaane kab meri dhadkan bann gaye tum!

Thursday, April 21, 2011

chanakya Niti...


"Before you start some work, always ask yourself three questions - Why am I doing it, What the results might be and Will I be successful. Only when you think deeply and find satisfactory answers to these questions, go ahead."

Wednesday, April 20, 2011

Kisi Ne Kaha Tha Kisi Se Na Kehna,
Lage Chot Dil Pe To Khamosh Hi Rehna,
Jahan Chot Khana Waha Muskurana,
Magar Muskurana Is Adaa Se Ki Ro De Saara Zamana..!!